पीएम मोदी ने अक्षय कुमार के साथ शेयर की ये बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अक्षय कुमार के बीच एक बातचीत में, पीएम ने अभिनेता के साथ अपनी सामान्य जिनगी उनकी पसंद- नापसंद और जीवन के बारे में बात की।
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एक “गैर-राजनीतिक साक्षात्कार” किया गया। यहां जानिए पीएम मोदी ने अक्षय कुमार के साथ क्या कुछ शेयर किया:
- मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं प्रधानमंत्री बनूंगा। एक आम आदमी ऐसा सोच भी नहीं सकता।, और जिस तरह की पृष्टभूमि से मैं तालुकात रखता हूँ वहां तो अगर मुझे कोई साधारण नौकरी भी मिल जाती तो भी मेरी माँ ने पड़ोसियों को लड्डू बाँटने थे।
- मेरे पास पहले कभी बैंक खाता नहीं था। जब मैं स्कूल में था, देना बैंक के लोग आए और हमें गुल्लक दे कर गए । मेरे पास कभी पर्याप्त पैसा नहीं था। बाद में उनके अधिकारिओं ने मुझे ढूंढा और बैंक में पैसा न जमा कराने के कारण बैंक खाता बंद करने को कहा। बत्तीस साल बाद मुझे पता लगा की मेरा बैंक खाता कभी बंद नहीं हुआ था तो जब में मुख्य मंत्री बना तो मेरी तन्ख्वाह उसी खाते में जाने लगी जिसमे बचपन में डालने क लिए मेरे पास पैसा नहीं था ।
उन्होंने बताया की वो पैसे गरीबों में बांटना चाहते थे लेकिन बैंक ने कहा कि मेरे खिलाफ कुछ मामले दर्ज हैं और मुझे इसकी आवश्यकता हो सकती है, लेकिन मैंने जोर देकर कहा कि मैं 21 लाख रुपये गरीबों में बाँटना चाहता हूँ - में बचपन से ही बहुत जिज्ञासी हूँ , हर सवाल का जवाब ढूंढ़ने की इच्छा रहती थी बचपन से तो खुद ही सवाल के जनाब धुंध लेता था। बचपन से ही खुद में रहता था। अपने में रहने के कारण मुझे किसी से कोई इमोशनल अटैचमेंट नहीं रही। मैंने माँ को कहा था की मेरे साथ रहो लेकिन उनको गाँव में रहना ज्यादा पसंद था तो इस तरह मुझे कभी उनसे ज्यादा मिलने का समय नहीं मिला।
- मुझे जल्दी गुस्सा नहीं आता। हाँ मैं मानता हूँ गुस्सा आना इंसानी फितरत है लेकिन ये एक नेगेटिव आदत है जो नकारात्मकता फैलाती है। जबसे मेरा करियर शुरू हुआ है तबसे मुझे गुसा जाहिर करने का मौका नहीं मिला।
- जब भी मैं भावनाओं से अभिभूत होता हूँ , तो में लिखता हूँ। भावनाओं को लिख के वयकत करता हूँ और बाद में उनका विश्लेषण करता हूँ। मैं यह सब एक कागज पर लिखता। तब मैं इसका विश्लेषण करूंगा। इससे मुझे अपनी गलतियों का एहसास होता है । लेकिन निश्चित रूप से मेरे पास अब उतना समय नहीं है। लेकिन इस तरह से मैंने खुद को परिस्थितियों का जवाब देने के लिए प्रशिक्षित किया है।
- मुझे चुनावी मौसम में यह नहीं कहना चाहिए लेकिन लोग ये जान कर आश्चर्यचकित होंगे की ममता दीदी हर साल मुझे उपहार भेजती हैं। वह अभी भी मुझे एक या दो कुर्ते भेजती है, जिन्हें वह हर साल खुद चुनती है।
- मैं आपको (अक्षय कुमार) और ट्विंकल खन्ना जी को ट्विटर पर फॉलो करता हूं। जिस तरह से वह मुझे निशाना बनाती है, मैं समझता हूं कि आपके पारिवारिक जीवन में शांति होनी चाहिए। क्यूंकि उनका सारा गुस्सा मुझ पर व्यतीत होता है , और इसलिए आप जरूर शांति से रहते होंगे।
- मैं हमेशा महात्मा गांधी जी से प्रेरित रहा हूं। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए स्वच्छता भी महत्वपूर्ण है। साथ ही, नौ करोड़ शौचालयों का निर्माण राष्ट्र की उपलब्धि है, मेरी नहीं।