
अब इस देश ने दिखाई ‘समान-सेक्स विवाह’ को हरी झंडी !
आज इंटरनेशनल डे अगेंस्ट होमोफोबिआ है , ये दिन समलैंगिकता के प्रति लोगों के मन में डर या समलैंगिक लोगों के वजूद को अमान्य करने की भावना को हटाने की मंशा से मनाया जाता है। आपको बतादें की समलैंगिकता उतनी ही आम बात है जितना की इंसान होना। यह दिन इस बात को लोगों तक पहुँचाने का दिन है की प्यार या रोमांटिक अट्रैक्शन किसी भी जेंडर से परे है।
हालही में सेक्शन 377 के संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि समलैंगिकता अपराध नहीं है तो इस वर्डिक्ट को भारत में उत्साह की तरह मनाया गया। हालंकि, सेम सेक्स विवाह का प्रावधान तो भारत सरकार ने नहीं दिया लेकिन इस कदम ने एक होसला जरूर दिया की भारत में भी अब LGBTQ समुदाय की सुनवाई होगी।
खैर जो काम भारत ने नहीं किया वो इस देश ने किया , सेम सेक्स विवाह को हरी झंडी दिखा कर ताइवान एशिया का पहला देश बन चूका है।
ताइवान संवैधानिक अदालत ने फैसला दिया कि समान-यौन जोड़ों को कानूनी रूप से शादी करने का अधिकार था।
कानूनविदों ने समान सेक्स यूनियनों को वैध बनाने के लिए तीन अलग-अलग बिलों पर बहस की – सरकार का बिल – तीनों में से सबसे प्रगतिशील था।
बिल क्या कहता है?
रूढ़िवादी सांसदों द्वारा प्रस्तुत दो अन्य बिल, “विवाह-संबंध” के बजाय “समान-यौन पारिवारिक संबंध” या “समान-लिंग संघ” के रूप में भागीदारी का उल्लेख करते हैं। लेकिन सरकार का बिल, जो कि केवल एकमात्र गोद लेने का अधिकार प्रदान करता है, को 66 से 27 मतों से पारित किया गया। ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन द्वारा इसे कानून में पारित करने के बाद यह प्रभावी होगा।
इससे पहले भी कई देशों में सेम सेक्स विवाह को क़ानूनी मान्यता मिली है , ये हैं कुछ ऐसे नाम जहां सेम सेक्स विवाह लीगल है !
दुनिया का पहला देश
वर्ष 2000 में नीदरलैंड्स दुनिया का पहला ऐसा देश बना था जहां पर सेम सेक्स के कपल्स को शादी करने, तलाक लेने और बच्चों को गोद लेने कानूनी वैधता हासिल हुई थी। आज यहां पर करीब 20,000 कपल्स ऐसे हैं जिन्हें सेम सेक्स के साथ शादी की हुई है। नीदरलैंड्स में 82 प्रतिशत लोग गे मैरिज का समर्थन करते हैं और किसी भी यूरोपियन यूनियन के देश में यह सर्वोच्च स्तर है।
वर्ष 2003 बेल्जियम में संसद ने जब गे मैरिज को कानूनी जामा पहनाया तो काफी विरोध हुआ। वेटिकन सिटी की ओर से पोप जॉन पॉल द्वितीय पर इस बात का दबाव डाला गया कि वह होमोसेक्सुऐलिटी को अनैतिक घोषित करें और इसे खतरनाक करार दें। लेकिन इस ग्लोबल कैंपेन के बाद भी आज तक यहां पर इसे कानूनी मान्यता मिली हुई है।
वर्ष 2005 कनाडा में दो वर्ष तक चले विरोध प्रदर्शनों के बाद गे मैरिज को वैधता हासिल हुई। वर्ष 2006 में इस कानून को रद्द करने की कोशिशें भी हुईं लेकिन वे सभी कोशिशें पूरी तरह से असफल साबित हुईं।
वर्ष 2006 साउथ अफ्रीका की कोर्ट ने वर्ष 2005 में एक आदेश पारित किया जिसके तहत उसने गे मैरिज को रोकना या फिर इसका विरोध करने को देश के संविधान के खिलाफ बताया गया। इसके अगले साल संसद की ओर से इस कानून को पास कर दिया गया और इस तरह से यहां पर गे या सेम सेक्स मैरिज कानून के तहत आ गई।
वर्ष 2009 वर्ष 1993 में नॉर्वे, डेनमार्क के बाद दुनिया का दूसरा ऐसा देश था जहां पर नागरिक संगठनों में सेम सेक्स वाले साथियों की मंजूरी दी गई थी। वर्ष 2009 में नॉर्वे की सरकार ने सेम सेक्स मैरिज को कानूनी वैधता दी थी। वर्ष 2009 नॉर्वे की ही तरह स्वीडन में भी वर्ष 2009 में संसद की ओर से गे कपल्स को पूरी तरह से शादी करने का अधिकार दिया था। स्वीडन की संसद में बड़े बहुमत के साथ इस कानून को पास किया गया था।
वर्ष 2010 आईसलैंड की 49 सदस्यों वाली संसद ने वर्ष 2010 में इसे कानून की मान्यता दी थी। इस कानून के पास होने के बाद आईसलैंड की प्रधानमंत्री जोहाना सिगुरदारडोट्टीर से शादी कर ली थी।
वर्ष 2010 पुर्तगाल की रुढ़िवादी विचारधारा वाली राष्ट्रपति अनीबाल कावाको सिल्वा ने देश के पहले गे मैरिज पर दस्तख्त किए और साथ ही देश की सर्वोच्च अदालत से इस बिल का रिव्यू करने को कहा था। वर्ष 2010 में पुर्तगाल में सेम सेक्स मैरिज कानून पास हो गया। हालांकि यहां पर अभी बच्चों को गोद लेने की मंजूरी नहीं है।
वर्ष 2010 अर्जेंटीना दुनिया का पहला लैटिन अमेरिकी देश बना जिसने गे मैरिस को कानूनी मान्यता दी थी। इस बिल को उस समय पोप फ्रांसिस ने भगवान की योजनाओं का खात्मा करने वाला बताया था।
वर्ष 2012 डेनमार्क ने 80 के दशक में नागरिक संगठनों में सेम सेक्स पार्टनर्स को मंजूरी देकर दुनिया में एक नया इतिहास रचा था। इसके बाद वर्ष 2012 में यहां पर सेम सेक्स मैरिज को पूरी तरह से कानूनी वैधता दी गई। यहां पर सेम सेक्स कपल्स चर्च में शादी कर सकते हैं और बच्चों को गोद ले सकते हैं।
वर्ष 2013 फ्रांस की राष्ट्रीय संसद ने हजारों विरोध प्रदर्शनकारियों के बीच वर्ष 2013 में इस कानून को पास किया था। 29 मई 2013 को फ्रांस में पहली गे मैरिज हुई थी। फ्रांस में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों ने सरकार को हिलाकर रख दिया था।
2013 मई 2013 में ब्राजील की नेशनल काउंसिल ऑफ जस्टिस ने देश में सेम सेक्स मैरिज को कानूनी दर्जा दिया था।
वर्ष 2014 यूनाइटेड किंगडम 29 मार्च 2014 को सेम सेक्स मैरिज को कानूनी दर्जा मिला था।